द फॉलोअप डेस्क
झारखंड में इन दिनों बेमौसम बारिश से लोगों को गर्मी से राहत तो मिल रही है, लेकिन इससे जान-माल का नुकसान भी हो रहा है। बुधवार को तेज बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। मौसम विभाग ने आज राज्य के आठ जिलों—देवघर, गिरिडीह, जामताड़ा, धनबाद, हजारीबाग, कोडरमा और रांची के कुछ क्षेत्रों में मध्यम से भारी बारिश की चेतावनी दी है। राजधानी रांची में दोपहर बाद मौसम के बदलने की संभावना जताई गई है। मौसम विज्ञान केंद्र, रांची के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार, राज्य के कई हिस्सों में आंधी, बारिश और वज्रपात होने की आशंका है। उन्होंने बताया कि 23 मई को 40 से 50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं और वज्रपात की संभावना भी रहेगी। 25 मई को भी मध्यम स्तर की बारिश और वज्रपात की आशंका जताई गई है, जबकि 26 और 27 मई को राज्य के कुछ हिस्सों में बारिश हो सकती है। राजधानी रांची में 27 मई तक प्रतिदिन वर्षा की संभावना है।
मानसून को लेकर बड़ी घोषणा
मौसम विभाग ने मानसून के आगमन को लेकर भी जानकारी दी है। वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार, इस वर्ष झारखंड में मानसून सामान्य से बेहतर रहेगा। केरल में मानसून के 25 से 27 मई के बीच प्रवेश करने की संभावना है और झारखंड में मानसून 7 जून तक पहुंच सकता है। एक सप्ताह के भीतर पूरे राज्य में मानसून सक्रिय हो जाएगा। लगातार हो रही बारिश और वज्रपात के चलते बीते पांच दिनों में राज्यभर में 21 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि लगभग 31 लोग घायल हुए हैं। सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से कई घटनाएं दर्ज नहीं हो पाती हैं, इसलिए वास्तविक आंकड़ा और अधिक हो सकता है। अभिषेक आनंद के अनुसार, हर साल झारखंड में वज्रपात के कारण 350 से अधिक लोगों की जान चली जाती है। ऐसे में जागरूकता और सावधानी ही बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है।