द फॉलोअप डेस्क
झारखंड के मॉडल स्कूलों में पढ़ाने के लिए 800 से ज्यादा शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग इस प्रक्रिया की शुरुआत वित्तीय वर्ष 2025-26 में करेगा। राज्य के 89 प्रखंडों में मॉडल स्कूल चल रहे हैं, जिनमें कुछ को मुख्यमंत्री स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में बदला गया है। इन स्कूलों में छठी से 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई अंग्रेजी माध्यम में कराई जाती है।
अभी इन स्कूलों में शिक्षक एडहॉक और प्रतिनियुक्ति के आधार पर पढ़ा रहे हैं। हाई स्कूल और प्लस टू स्कूलों में कम से कम 11 शिक्षको की जरूरत होती है। इस हिसाब से देखा जाए तो 800 से ज्यादा शिक्षकों की भर्ती होगी। अगर छात्रों की संख्या ज्यादा होती है, तो विषयवार और भी शिक्षक नियुक्त किए जाएंगे।
इसके अलावा मॉडल स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए छात्रावास की सुविधा भी दी जाएगी। कई छात्र दूसरे प्रखंडों या जिलों से इन स्कूलों में पढ़ना चाहते हैं, लेकिन रहने की सुविधा न होने की वजह से वे नामांकन नहीं ले पाते। अब छात्रावास बनने के बाद वे यहां रहकर आसानी से पढ़ाई कर सकेंगे। कुछ स्कूलों में छात्रावास निर्माण की प्रक्रिया भी जल्द शुरू होगी। राज्य सरकार मॉडल स्कूलों को और बेहतर बनाने के लिए कदम उठा रही है। शिक्षकों की नियुक्ति और छात्रावास की सुविधा से इन स्कूलों में पढ़ाई का स्तर और अच्छा होगा, जिससे ज्यादा से ज्यादा बच्चे उच्च स्तरीय शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।