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झारखंड में ST-SC को 50 साल की उम्र से मिलेगा पेंशन, चौथी वर्षगांठ पर सीएम हेमंत का ऐलान

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द फॉलोअप डेस्कः

आज सरकार के चार साल पूरे होने पर सीएम हेमंत ने मोरहाबादी मैदान से भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने कई बड़ी बातें कही। उन्होंने मंच से कहा कि कोरोना जैसे आपदा में भी हमने राज्य के लोगों को भूख से नहीं मरने दिया। वो इसलिए क्योंकि ये आपका अधिकार लूटकर अपना जेब भर रहे थे। ये लोग 11 लाख राशन कार्ड डिलीट कर दिया था। जब हमारी सरकार बनी तो 20 लाख राशन कार्ड चालू करवाए। अब हम राशन कार्ड में 1 रुपये किलों चना दाल देंगे। मात्र 16 लाख लोगों को पेंशन दिया। हमने चार साल में ही 36 लाख लोगों को पेंशन दिया। टॉर्च लेकर खोजने पर भी नहीं मिलगा वैसा जिसको पेंशन नहीं मिलता है। हम गरीबों को 1 हजार पेंशन देते हैं। लेकिन इससे भी काम नहीं चलेगा। कई ऐसे गरीब है जो आज भी कई मुसीबतों से जूझ रहे हैं। झारखंड में कई ऐसे घर में जहां पिता जी, बेटा, पोती सबको योजना का लाभ मिलता है। लेकिन झारखंड की गरीबी के कारण कई चुनौतियों से गुजरना होता है। मैं आज मंच से घोषणा करता हूं कि जो हमारे आदिवासी दलित भाई है। जिनको 60 साल में पेंशन मिलता है उनक 50 साल किया जाएगा। दलित आदिवासियों को 50 साल में ही पेंशन मिलेगा। क्योंकि उनको 60 साल में कोई काम उसको नहीं मिलता है। 

इसके साथ ही सीएम हेमंत ने कई औऱ बात कही। हेमंत सोरेन ने कहा कि जिन लोगों ने राज्य को चलाया उन लोगों ने राज्य को बर्बाद कर दिया। हम लोगों ने यह वादा किया था कि हमारी सरकार बनेगी तो यह सरकार दिल्ली से नहीं झारखंड के रांची से नहीं बल्कि गांव से चलेगी और आज इसका असर भी दिख रहा है कि पंचायत-पंचायत तक पदाधिकारी जा कर आपकी समस्याओं का समाधान कर रहे हैं।

हेमंत सोरेन ने कहा जिन लोगों को पहले जनता ने सरकार चलाने का जिम्मा दिया था उन लोगों ने राज्य को आगे बढ़ाने के बजाय कुछ और ही करते रहे और हमारा राज्य आगे नहीं बढ़ पाया. हमारी सरकार आने के बाद हम लगातार काम कर रहे हैं और राज्य को आगे ले जाने के लिए जी जान से लगे हुए हैं। हमारे विपक्ष के लोग कहते थे कि हवाई चप्पल वाले को हवाई जहाज पर ले जाएंगे लेकिन वह तो नहीं हुआ यह जरूर हुआ उन गरीबों को मरने के लिए सड़क पर छोड़ दिया।