logo

सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना की मदद से अब तक 7 लाख बेटियां हुईं लाभान्वित 

cmhemant_2023-07-18_at_6_41_49_PM.jpg

द फॉलोअप डेस्क, रांची 
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर वित्तीय वर्ष 2022-23 में 7 लाख 29 हजार 632 किशोरियों को योजना से जोड़ा जा चूका है। इनमें आठवीं से 12वीं तक की 69,1770 और 18 से 19 वर्ष की 37,862 किशोरियां शामिल हैं। किशोरियों को योजना के तहत 405.7 करोड़ से अधिक की राशि का भुगतान किया गया है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में नौ लाखो बेटियों को योजना से जोड़ा जाना है। सबसे अधिक गिरिडीह की 59,024 किशोरियां इस योजना से जुड़ी हैं। इसके बाद रांची की 50,954, पलामू की 50,814, बोकारो की 41,650, पूर्वी सिंहभूम की 41,468, हजारीबाग की 40,130 और धनबाद की 36,870 किशोरियां योजना का लाभ लेने में आगे रहीं। 

जिला स्तर पर अभियान चला कर जागरूकता का हो संचार- सीएम 

राज्य की नौ लाख बेटियों को योजना से जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर अभियान चलाया जा रहा है, ताकि  सभी किशोरियों को योजना का लाभ मिल सके। इसके लिए किशोरियों को जरूरी प्रमाण पत्र निर्गत कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री का स्पष्ट निर्देश है कि योजना के दायरे में आने वाली सभी पात्र बेटियों को योजना से जोड़ा जाए। सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना के जरिए राज्य सरकार बालिका शिक्षा पर जोर दे रही है ताकि आर्थिक तंगी की वजह से उनकी पढ़ाई ना छूटे। बेटियां शिक्षित होंगी तो बाल विवाह प्रथा पर विराम लगेगा और बेटियां अपने जीवन के संबंध में स्वतंत्र निर्णय लेने में सक्षम भी होंगी।

बेटियों को आत्मनिर्भर बनाना योजना का लक्ष्य 

राज्य सरकार योजना के तहत किशोरियों को शिक्षा से जोड़ते हुए उनमें आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास में कर रही है। योजना के तहत आठवीं और नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली किशोरियों को 2500-2500 दे रही है। इसके अतिरिक्त 10वीं, 11वीं और 12वीं की किशोरियों को 5000-5000 हजार रुपए की राशि मिल रही है। 18 से 19 आयु की बेटियों को एकमुश्त 20000 रुपए देने का प्रावधान है। इस तरह किशोरियों को पढ़ाई के क्रम में कुल 40,000 रूपए मिल रहा है।