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राष्ट्रीय मतदाता दिवस विशेष : मुख्य चुनाव आयुक्त ने चुनाव से पहले वोटर्स को क्या संदेश दिया

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दिल्ली: 

आज यानी 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है। इस उपलक्ष्य पर आयोजित एक कार्यक्रम में भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि भारत के प्रत्येक व्यस्क नागरिक को वोट देने का अधिकार उस समय दे दिया गया था जब भारत को आजादी मिली थी। उन्होंने कहा कि तब भारत में साक्षरता दर महज 18 फीसदी था। सुशील चंद्रा ने कहा कि 18 फीसदी साक्षरता दर वाले एक नव-स्वतंत्र राष्ट्र के लिए वो वास्तव में एक बेहद क्रांतिकारी कदम था। 

हिंदुस्तान में 95.3 करोड़ से ज्यादा मतदाता
मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि वर्तमान में हिंदुस्तान में 95.3 करोड़ से ज्यादा मतदाता हैं। इनमें 49 करोड़ पुरुष और 46 करोड़ महिला मतदाता हैं। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि इन पंजीकृत मतदाताओं में से 1.92 करोड़ वरिष्ठ नागरिक हैं। सुशील चंद्रा ने कहा कि एक विशाल लोकतंत्र में 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों को मत देने का अधिकार वास्तव में लोकतांत्रिक व्यवस्था का पहला कदम है। उन्होंने कहा कि सभी मतदाताओं को चुनावी प्रक्रिया में हिस्सा लेना चाहिये। 

चुनाव वाले राज्यों में टीकाकरण की गति
कार्यक्रम के दौरान मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि हमने चुनाव वाले सभी पांच राज्यों में टीकाकरण की गति बढ़ाने पर जोर दिया है ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि जो भी इंतजाम किये जाएंगे वो चुनावी प्रक्रिया के हिसाब से सुरक्षित हैं। 

25 जनवरी 1950 को हुई थी स्थापना
गौरतलब है कि केंद्रीय निर्वाचन आयोग की स्थापना 25 जनवरी 1950 को की गई थी। साल 2011 में पहली बार राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया गया। राष्ट्रीय मतदाता दिवस का उद्देश्य नागरिकों को बड़ी संख्या में चुनावी प्रक्रिया में हिस्सा लेकर लोकतंत्र को मजबूत बनाने की दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित करना है। इस दिन निर्वाचन प्रक्रिया में अच्छा काम करने वाले निर्वाचन पदाधिकारियों को सम्मानित भी किया जाता है। आज भी कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।