द फॉलोअप डेस्क
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी एक बार फिर सुर्खियों में हैं। आज सर्किट हाउस में कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद, स्वास्थ्य मंत्री ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जामताड़ा में दिए गए बयान को सही ठहराते हुए कहा कि उनसे उनकी कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ति सदन के अंदर उर्दू का नाम लेकर समाज को गाली देगा, तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ पर पहले दिए गए बयान पर भाजपा नेताओं की प्रतिक्रिया पर कटाक्ष करते हुए डॉ. इरफान अंसारी ने कहा कि इन लोगों में दम नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि जामताड़ा में कार्यक्रम के दौरान लोग हमसे यह सवाल कर रहे थे कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा सदन में दिए गए बयान पर हमें क्या कहना है।
बाबूलाल मरांडी द्वारा महाकुंभ को लेकर लगातार गलत बयानबाजी करने वाले राज्य के दो मंत्रियों हफीजुल हसन और डॉ. इरफान अंसारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग किए जाने पर डॉ. इरफान अंसारी ने कहा कि बाबूलाल मरांडी अच्छे आदमी हैं, लेकिन जो उनका ट्विटर अकाउंट चलाता है, वही सब कुछ गड़बड़ कर देता है। उन्होंने यह भी कहा कि भव्य शिव मंदिर का उद्घाटन करने वाला व्यक्ति कुंभ के बारे में गलत कैसे बोल सकता है। वे अपने पैसे से श्रद्धालुओं को कुंभ भेज रहे हैं।
डॉ. इरफान अंसारी ने बाबूलाल मरांडी को यह याद दिलाया कि आदिवासियों के बाद राज्य में सबसे बड़ी आबादी हमारी है। साथ ही उन्होंने बाबूलाल मरांडी से यह कहा कि उन्हें भाजपा छोड़कर अपनी पुरानी पार्टी झाविमो को पुनर्जीवित कर देना चाहिए, क्योंकि राज्य में तीसरे मोर्चे की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा ने अभी तक नेता प्रतिपक्ष का चयन नहीं किया है, जिससे सदन की सुंदरता प्रभावित हुई है। डॉ. इरफान ने कहा कि बजट सत्र के दौरान उन्हें पूर्व मंत्री भानु प्रताप शाही और रणधीर सिंह की कमी खलेगी। अगर भाजपा सदस्य सदन में मौजूद नहीं होंगे, तो उनकी तरफ से हमला कौन करेगा?