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पत्रकारों को मिले फ्रंटलाइन वॉरियर का दर्जा, निधन पर आश्रितों को मिले मासिक पेंशन- बाबूलाल मरांडी

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द फॉलोअप टीम, रांची: 

बीजेपी विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने पत्रकारों को वैक्सीनेशन में प्राथमिकता देने, कोरोना संक्रमित पत्रकारों के लिए इलाज की अच्छी व्यवस्था सहित कई सुविधाओं की मांग राज्य सरकार से की है। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि प्रदेश में पत्रकारों को फ्रंटलाइन वर्कर्स के रूप में मान्यता दी जाए। उन्होंने कहा कि दिवंगत पत्रकारों के आश्रितों को आर्थिक सहायता मिलनी चाहिए। 

दिवंगत पत्रकारों के परिजनों का कोविड टेस्ट
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि जिन पत्रकारों की मौत हो गयी, उनके परिजनों का ट्रेसिंग प्रक्रिया के तहत त्वरित कोविड जांच की जानी चाहिए। प्रदेश के विभिन्न जिलों में जिन पत्रकारों ने कोरोना संक्रमण की वजह से अपनी जान गंवाई है उनके आश्रितों को तत्काल राहत सामग्री उपलब्ध कराना चाहिए। आश्रितों को एकमुश्त सहायता राशि दी जानी चाहिए। नियम बनाकर परिजनों के लिए मासिक पेंशन की व्यवस्था करनी चाहिए। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सरकार को विचार करना चाहिए। 

पत्रकारों का निधन काफी दुखदायी बात है
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में मृत्यु दर में इजाफा हो गया है। प्रदेश के कई पत्रकार इसकी चपेट में आए हैं। कई नामी-गिरामी पत्रकारों का निधन हो गया। कई पत्रकार काफी कम सैलरी में लोकतंत्र का चौथा स्तंभ होने का अपना दायित्व निभाते हैं। विजुअल, प्रिंट या डिजिटल मीडिया। माध्यम कोई भी हो। पत्रकार अपनी जान जोखिम में डालकर सूचना का संकलन करते हैं और लोगों तक सही जानकारी पहुंचाते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब तक कोरोना की वजह से 19 पत्रकारों का निधन काफी दुखदायी है।