द फॉलोअप टीम, रांची
IMA यानी इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने झारखंड सरकार से गुहार लगाई है कि डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के कोरेंटाइन पीरियड को कर्तव्य के रूप में माना जाय। इस को लेकर झारखंड आईएमए के प्रदेश अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान महासचिव और परिवार कल्याण विभाग को पत्र भेजा है। इस पत्र में उन्होंने माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए कहा है कि कोरेंटाइन पीरियड के दौरान का वेतन और भत्ता का भुगतान करने के लिए सक्षम प्राधिकारी को निर्देश पारित किया जाए। उन्होंने कहा कि जो कोविड के कारण पीड़ित डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी हैं और उन्हें कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया था और बाद में उन्हें छोड़ दिया गया था। सभी को इसका लाभ दिया जाय।
परिजनों को मुआवजा देने का आग्रह
पत्र के जरिए डॉ. ए के सिंह ने हेमंत सरकार से मांग की है कि उन स्वास्थ्यकर्मी और डॉक्टरों के परिजनों को भी मुआवजा मिलना चाहिए, जिन्होंने इस आपदा के समय अपना जीवन खो दिया। इससे पहले भी आईएमए ने सीएम हेमंत सोरेन से मुलाकात कर कोरोना की वजह से हुई डॉक्टरों की मौत के मामले में जल्द से जल्द 50 लाख मुआवजा देने की मांग की थी। आपको बता दें कि कोरोना काल में कई ऐसे डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी हैं जो न सिर्फ संक्रमित हुए हैं, बल्कि इनमें से कइयों ने अपनी जान भी गंवायी है।