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शहीद टिकैत उमराव सिंह और शेख भिखारी की सरकारी उपेक्षा से नाराजगी

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द फॉलोअप टीम, रांची:

अमर शहीद ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव अध्ययन केंद्र बड़कागढ़ के बैनर तले हटिया स्थित शहादत स्मारक स्तंभ के प्रांगण में शहीद टिकैत उमराव सिंह और शहीद शेख भिखारी का शहादत दिवस मनाया गया। समारोह की अध्यक्षता अमर शहीद ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव के प्रत्यक्ष उत्तराधिकारी ठाकुर नवीन नाथ शाहदेव ने की। कहा कि देश अपना 75वॉ अमृत महोत्सव मना रहा है। आज देश के इन दोनों वीरों ने भारत माता को फिरंगियों के चंगुल से मुक्त कराने हेतु शंखनाद किया था। इन दोनों वीरों ने बड़कागढ इस्टेट के राजा ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव के नेतृत्व में अंग्रेजी साम्राज्य में त्राहिमाम मचा दी थी। ऐसे वीर सपूतों की वजह से ही हमें आजादी मिली परंतु यह आजादी का सुख भोग आज भी अंग्रेजों से हाथ पर हाथ मिलाकर चलने वाले लोगों द्वारा सत्ता सुख भोगा जा रहा है । इन अमर वीरों का परिवार, गांव उपेक्षा का दंश झेलने पर मजबूर है । इनके बच्चों को रोजगार, शिक्षा, चिकित्सा देने की बातें पिछली सरकार और वर्तमान सरकार आश्वस्त करती आई है , परंतु यह आज भी कोरा आश्वासन बनकर ही है।

वक्‍ताओं ने कहा कि झारखंड के तमाम स्वतंत्रता सेनानीयों के परिवार के समग्र विकास के लिए झारखंड सेनानी कोष संचालन समिति का गठन सन् 2005 में हुआ। झारखंड सरकार ने 5 करोंड़  रुपए कोष को दिया। वह बैंक की शोभा बढ़ा रहा है। आज यह कोष मृत्य प्रायः रह गयी हैं । अध्ययन केंद्र झारखंड सरकार से मांग करती है कि कोष का पुनर्गठन हो और झारखंड के तमाम स्वतंत्रता सेनानी के वंशजों को इसमे सदस्यता दी जाए ताकि झारखंड सरकार को शर्मिंदा नहीं होना पड़े और देश में झारखंड के वीर शहीदों उचित सम्मान मिल सके। रांची के चौक - चौराहों का नाम अमर सेनानियों के नाम पर करने की बात थी। स्कूली पाठ्य पुस्तकों में इनके वीर गाथाओं का संकलन होना चाहिए था। उस दिशा में कुछ नहीं किया गया। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का नाम अमर सेनानी ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव के नाम पर होने का आश्वासन भी पिछली सरकार नेदिया था , इस दिशा में भी पहल नहीं हुई।

 


श्रद्धांजलि सभा में सूरज नाथ शाहदेव , अमर शहीद ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव के प्रत्यक्ष उत्तराधिकारी ठाकुर नवीन नाथ शाहदेव , परवेज  खलीफा, सुमन माली, जय किशन राम , गोगो मुंडा, धीरज लिंण्डा, राजू प्रजापति, सुधांशु शाहदेव ,हरीश चौधरी,मनरखन गंझू , दिनेश सिंह , बिरजू राम, लखन नायक, सुधीर सिंह, सुरेश सिंह , गिरजा शंकर, कैलाश नायक आदि उपस्थित थे।