द फॉलोअप टीम: लॉकडाऊन में झारखंड सरकार को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. देश का पहला राज्य बना है जो अपने लोगों को दूसरे राज्यों से रेल मार्ग से लाने में सफल हुआ है. बीते कुछ दिनों से सीएम हेमंत सोरेन लगातार केंद्र से मांग कर रहे थे कि उन्हें अपने लोगों को दूसरे राज्यों से वापस लाने की अनुमति मिले. इसके बाद केंद्र सरकार ने 30 अप्रैल को इसकी अनुमति दे दी .
अनुमति मिलते ही हेमंत सोरेन ने कहा कि इतने लोगों को बस से लाना संभव नहीं है. केंद्र सरकार को इसके लिए ट्रेन की अनुमति देनी चाहिए. ताकि एक बार में अधिक लोगों को लाया जा सके. हेमंत के इस मांग के बाद बीजेपी हल्ला मचाने लगी. पार्टी के प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि जब अनुमति नहीं मिल रहा थे तो केंद्र पर निशाना साध रहे थे. अब जब मोदी सरकार ने अनुमति दे दी है तो बहाना बना रहे हैं.
इधर तेलंगाना सरकार, केंद्रीय रेल मंत्रालय और झारखंड सरकार आपस में बात करती रही. सहमति बनी और पहली खेप तेलंगाना से निकल चुकी है. इसमें कुल 1200 झारखंडी वापस लौट रहे हैं.
खबर आते ही इसका क्रेडिट लेने की होड़ भी मच गई. सीएम हेमंत सोरेन ट्वीट कर इसकी जानकारी दी और सरकार के मंत्रियों ने इसके लिए उन्हें बधाई देने लगे. जेएमएम नेता और पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि शुरूआत हो चुकी है, जल्द ही सभी इच्छुक भाईयों को यह सुविधा मिलेगी. सुशासन नाम का नहीं, काम का होगा.
जेएमएम के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया कि सीएम हेमंत सोरेन की की मेहनत रंग लाई. प्रबल इच्छा हो तो क्या कुछ हासिल नहीं किया जा सकता है. आज झारखण्ड के श्रमिक भाई-बहन तेलंगाना से पहली ट्रेन से आ रहे हैं. इस मदद के लिए केंद्र एवं तेलंगाना सरकार का आभार.
इधर बधाई का सिलसिला चल ही रहा था कि सरकार के मंत्री ने ही मिट्टी पलीद करने में कोई कसर नहीं छोड़ा. आरजेडी नेता और श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि ये जो मजदूर आ रहे हैं, ये तेलंगाना सरकार और केंद्र सरकार के सहयोग से आ रहे हैं.
मौका देख बीजेपी ने एक बार फिर राज्य सरकार पर पलटवार किया. पार्टी ने कहा कि सरकार के मंत्री मान रहे हैं कि केंद्र और तेलंगाना सरकार की मदद से संभव हो पा रहा है. लेकिन हेमंत सोरेन इसका क्रेडिट लूट रहे हैं.
मौके पर चौका मारते हुए राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ट्वीट कर कहा कि आश्चर्य इस बात की है कि झारखंड सरकार के श्रम मंत्री को ही कोई जानकारी नहीं है. ये पूरी तरह से राज्य सरकार की विफलता है. इसकी जितनी भी निंदा की जाए, कम है. इस मजदूर दिवस पर तेलंगाना सरकार ने झारखंड को बड़ा तोहफा दिया है.
भला बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे इस मौके पर अपनी उपस्थिति कैसे नहीं दर्ज कराते. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के आदेश व तेलंगाना के मुख्यमंत्री चन्द्रशेखर राव के अनुरोध पर हैदराबाद से रांची मज़दूरों के लिए विशेष ट्रेन चलाने के लिए रेल मंत्री पियूष गोयल का आभार. आशा है कि झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन की नींद टूटेगी और बाकि फंसे लोगों को लाने का प्रयास किया जाएगा.
इधर हेमंत सोरेन ने एक और जानकारी दी है कि राजस्थान के कोटा शहर से झारखंड के छात्रों को लेकर स्पेशल ट्रेन शुक्रवार देर शाम रवाना हो रही है. उन्होंने इस मदद के लिए केंद्र और राजस्थान सरकार का भी शुक्रिया कहा है.