logo

कतरास में मुर्गा व्यवसायी से हुई लूटपाट में तीन अपराधी धराए, भेजे गए जेल

2607news.jpg
द फॉलोअप टीम, कतरास:
डुमरा-कतरास हीरक मार्ग पर मुराईडीह पुल के समीप धनतेरस के पूर्व मुर्गा व्यवसायी से हुई लूट की घटना में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार कर बरोरा पुलिस ने मामले का उदभेदन किया है। गिरफ्तार लोगों में रथटांड़ निवासी 40 वर्षीय शेख मिराज आलम, 32 वर्षीय खुर्शीद अंसारी तथा सोनारडीह निवासी 22 वर्षीय शुभम कुमार शामिल हैं। गणेशपुर निवासी मुकेश चौहान को पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है। 

गिरफ्तारी के बाद तीनों लुटेरों ने संलिप्तता स्वीकारी
बरोरा थाना में थाना प्रभारी विनोद शर्मा ने पत्रकारों को बताया कि 9 नवंबर की शाम मुराईडीह पुल के पास मुर्गा व्यवसायी नावागढ़ निवासी प्रकाश वर्मा एवं उसके साथी के पास से 93 हजार रुपये की लूट हुई थी। गिरफ्तार तीनों व्यक्ति ने उक्त कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। लूट की राशि के बंटवारे और अखबारों में छपी राशि में अंतर के बाद चारों में विवाद हो गया था। अपराधियों ने 14300 रुपये लूटने की बात स्वीकार की है, जबकि भुक्तभोगी ने 93 हजार रुपये की शिकायत की थी। विवाद के कारण गुप्त रूप से इसकी सूचना वरीय पुलिस अधिकारियों के पास पहुंची। उसी के आधार पर बरोरा पुलिस ने तीन अपराधियों को दबोचने में कामयाबी हासिल की। 

एक बाइक बरामद, दूसरे की खोज जारी
पुलिस ने बताया कि अपराधियों द्वारा इस्तेमाल की गयी पल्सर मोटरसाइकिल को पुलिस ने बरामद कर लिया है, जबकि दूसरी मोटरसाइकिल की खोज की जा रही है। उन्होंने बताया पकड़े गए सभी शातिर अपराधी हैं। सबके खिलाफ बाघमारा अनुमंडल के कई थानों में आपराधिक मामले दर्ज हैं। अपराधियों ने स्वीकार किया है कि वे लूटपाट करने के बाद मुराईडीह पोचरी के रास्ते गोमो रोड पहुंचे, जहां उन्होंने 14300 रुपये का बंटवारा किया था। 

तीनों आरोपियों को जेल भेज गया 
लूटकांड के बाद सभी अपराधी अपने-अपने घर चले गए थे। पुलिस ने अपराधियों के पास से मोबाइल भी जब्त किया है। खुर्शीद बरोरा थाना क्षेत्र में डीजल लूट के एक मामले में पहले भी जेल जा चुका है। शुभम कुमार 17 नवंबर को अपनी पल्सर मोटरसाइकिल सर्विसिंग कराने हरिणा बाजार शोरूम पहुंचा। इसकी सूचना मिलते ही बरोरा पुलिस ने शुभम को धर दबोचा। इसके बाद पुलिस शुभम की मदद से एक-एक कर उसके दो साथी को पकड़ने में सफलता हासिल की। गिरफ्तार तीनों आरोपितों को पुलिस कोर्ट ले गयी, जहां से उन्हें जेल भेजा गया।