रांची :
खान सचिव और वरिष्ठ IAS अधिकारी पूजा सिंघल मामले में ED अपना शिकंजा कसता जा रहा है। सोमवार को पाकुड़ और दुमका के खनन पदाधिकारी डीएमओ प्रदीप कुमार साह और डीएमओ कृष चंद्र किस से शुरू हुई पूछताछ मंगलवार को भी जारी रही। दोनों पदाधिकारियों ने मामले में कई खुलासे किए। अब ED की टीम तकनीक की मदद से मनरेगा और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े इस मामले में नए खुलासे करने के प्रयास में जुट गई है। हालांकि ,ED ने 6 मई को ही पूजा सिंघल का मोबाइल फ़ोन जब्त कर लिया था। उसके बाद FSL (Forensic science laboratory) की मदद से टीम कई बड़े सुराग निकालने में जुटी है।
एप्पल के मोबाइल फ़ोन से जानकारी निकालना ED के लिए चुनौती
ED के द्वारा जब्त किए गए कई मोबाइल फ़ोन एप्पल कंपनी के है। एप्पल के कई मोबाइल IAS पूजा सिंघल उनके पति अभिषेक झा और सीए सुमन कुमार से ED ने जब्त किए हैं। ED की टीम एप्पल के फ़ोन से किये गए वीडियो कॉल का डिटेल के प्रयास में जुटी हैं। लेकिन,एप्पल की हाई सिक्योरिटी फीचर के कारण ED की टीम वीडियो कॉल डिटेल निकलने में सफल नहीं हो सकी हैं। अब टीम एप्पल के कैलिफ़ोर्निया स्थित मुख्यालय से संपर्क साधने के बारे में विचार कर रही है। जिससे एप्पल के फेस टाइम एप्प की डिटेल्स निकाली जा सके ।
डीएमओ ने उगले कई राज
ED की शुरूआती पूछताछ में दो खनन पदाधिकारियो ने बताया कि मुख्यालय के निर्देश के अनुसार वसूली होती थी। नकदी कई माध्यमों से पहुंचाई जाती थी। जिसमे खान सचिव पूजा सिंघल की सहभागिता थी। पूछताछ में बताया गया कि एक जिले से रोजाना करीब 1 करोड़ रुपये की वसूली होती थी। इस क्रम में लोगो ही हिस्सेदारी ऊपर से नीचे तक तय थी।