झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे काफी चौंकाने वाले आए हैं। इस बार इंडिया गठबंधन ने 81 में से 56 सीटों पर जीत दर्ज कर बहुमत हासिल कर ली है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने गिरिडीह में नामांकन सभा में कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है।
बिहार में होने वाले विधानसभा उपचुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की बहू दीपा मांझी NDA प्रत्याशी के तौर पर इमामगंज सीट से मैदान में उतरी हैं।
लोहरदगा विधानसभा सीट से एनडीए उम्मीदवार के रूप में नीरू शांति भगत ने एसडीओ के समक्ष नामांकन किया।
इस वक्त की बड़ी खबर यही है की जमुआ से बीजेपी के विधायक और चुनाव प्रबंधन समिति के सदस्य केदार हाजरा ने झारखंड मुक्ति मोर्चा का दामन थाम लिया है।
आने वाले दिनों में इसपर काम करेंगे। पंचायत से पार्लियामेंट तक नारी शक्ति की भागीदारी कैसे सुनिश्चित हो ये हमारी प्रतिबद्धता हो।
कांग्रेस 100 के आंकड़े को नहीं छू पाई है। कह सकता हूं, इंडी अलायंस वालों ने एक व्यक्ति का अपोज करने के लिए देश की जनता ने फिर अपोजिशन में बिठा दिया है। अगर मैं 14, 19 और 24 को जोड़कर कहूं तो कांग्रेस के 3 चुनाव में जितनी सीटें मिली उतनी हमें इस चुनाव में
ईवीएम का अर्थी जुलूस निकाला। इंडी गठबंधन वाले, ईवीएम का विरोध करते हैं। 4 जून की शाम को ईवीएम ने उनको चुप कर दिया। वरना ये लोग EVM पर ठीकरा फोड़ने को तैयारी थे।
एनडीए ने सांसदों के समर्थन वाला पत्र राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंपकर सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया।
आज तमिलनाडु में सीट नहीं जीत पाये लेकिन जिस तेजी से एनडीए का वोट शेयर बढ़ा है। साफ लिखा है कि कल क्या लिखा हुआ है। पुदुचेरी, केरल में सैकड़ों कार्यकर्ताओं का बलिदान है।
एनडीए सरकार में हम अगले 10 साल में गुड गर्वनेंस, विकास, नागरिकों के जीवन में सुधार, व्यक्तिगत ड्रीम है, लोकतंत्र की समृद्धि को जब सोचता हूं तो चाहता हूं कि सामान्य जीवन में मध्य वर्ग में उनके जीवन में से सरकार की दखल जितना कम हो उतना ही लोकतंत्र की मजबूती
30 साल का लंबा कालखंड, शुरू में शायद एसेंबल हुआ होगा लेकिन आज भारत की राजनीतिक व्यवस्था में ऑर्गेनिक अलायंस है। ये मूल्य अटल बिहारी वाजपेयी, प्रकाश सिंह बादल, बालासाहेब ठाकेर, जॉर्ज फर्डानींस और शरद पवार जैसे लोगों ने विश्वास का सृजन कर इसे वटवृक्ष बना दि