फिरोजाबाद के मक्खनपुर के गांव बरामई में रहने वाले रवि कश्यप की कहानी काफी संघर्षों से भरी है। रवि ने बताया कि उसके पिताजी कांच फैक्ट्री में काम करते हैं। परिवार का खर्च उठाते हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक ना होने के कारण फीस भरने में भी काफी दिक्कत हो
सदर अस्पताल, रांची में पहली बार पूर्ण रूप से अपने संसाधनों से लेप्रोस्कोपी विधि के द्वारा बाएं तरफ के इनडायरेक्ट इंगुइनल हर्निया (Indirect Inguinal Hernia) का ऑपरेशन किया गया। जिसका ऑपरेशन किया गया उसका वह नामकुम का रहने वाला है।
बात आधी सदी पुरानी है। एक गर्भवती महिला का उसका ही पति घर से बाहर निकाल देता है। उसे शक होता है कि उसके गर्भ में किसी और का ही बच्चा पल रहा है। उस असहाय औरत को वो गाय के तबेले में लाकर फेक देता है। दर्द से कराहती महिला तबेले में ही एक बच्ची को जन्म देती ह
हर्ष बताते हैं, मां और मैं रोज 100-150 लोगों को खाना खिलाते थे।
मैं कक्षा 6 में फेल हो गया और एक खेत में पापा के साथ दिहाड़ी मजदूर बनने के लिए स्कूल छोड़ने का फैसला किया-पीसी मुस्तफ़ा