उनका कहना कि पप्पू यादव को टिकट नहीं मिलना दुखद है, वह पूर्णिया के बड़े नेता हैं और 3 बार सांसद रह चुके हैं। अगर वह हमारे साथ होते तो बेहतर होता। हालांकि, पप्पू यादव ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल किया है।
पप्पू यादव की मूर्खता थी कि स्तुति गान में लग गए और उम्मीद लगाई कि लालू उनको माफ कर देंगे। दर्जनों बार लालू यादव द्वारा पप्पू यादव अपमानित हुए हैं, ठगे गए हैं।
समस्तीपुर लोकसभा सीट से चिराग पासवान ने सन्नी हजारी को टिकट न देकर जदयू नेता अशोक चौधरी के बेटी शांभवी चौधरी को प्रत्याशी बनाया। जिससे वो नाराज थे।
निषादों के लिए आरक्षण की लड़ाई का दावा करने वाली वीआईपी (VIP) की एंट्री महागठबंधन में हो गई है। सहनी की पार्टी को आरजेडी ने अपने कोटे से 3 सीट देने का ऐलान किया है।
आखिर इतनी दुश्मनी क्यों है मुझसे? मैंने कहा था लालू को हम आपके बेटे को सीएम बनाएंगे, साथ में लड़ेंगे।'
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने 2 सीटों से अपनी दावेदारी वापस ले ली है। पार्टी ने पूर्णिया और कटिहार से उम्मीदवारी वापस ली है। AIMIM अब केवल किशनगंज और कटिहार से चुनाव लड़ेगी।
ऐसे में पप्पू यादव के नामांकन पर अब कांग्रेस ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस आला कमान का निर्देश आया है कि वह अपनी उम्मीदवारी वापस ले लें। इसके बाद बिहार कांग्रेस ने उन्हें नाम वापस लेने का अल्टीमेटम दिया है।
विद्यालय के बाहर कोई फल का बीज खा लिया है। उसके बाद से तबीयत बिगड़ गई है।
नामांकन दाखिल करने के बाद पप्पू यादव ने कहा कि कांग्रेस का समर्थन प्राप्त है, निर्दलीय चुनाव लड़ना पड़ा। बहुत सारे लोगों ने हमारी राजनीतिक हत्या करने की साजिश की।
दुर्भाग्य से बिहार के सामर्थ्य के साथ आज़ादी के बाद 5-6 पीढ़ियों के साथ यहां न्याय नहीं हो पाया। एनडीए सरकार ने बिहार को दलदल से बाहर निकाला है।
अबतक केवल 25 महिलाएं ही सांसद बनी हैं। वहीं केवल 10 महिलाएं ऐसी है जो एक से बार बार संसद पहुंची हैं। वहीं तारकिशोरी सिन्हा और रमा देवी दो ऐसी महिलाएं हैं जिन्हें 4 बार सांसद जाने का मौका मिला है।
बिहार सरकार ने नेता प्रतिपक्ष और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद की सुरक्षा बढ़ाई है। दोनों नेता अब वाई प्लस श्रेणी के सुरक्षा घेरे में रहेंगे।