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पार्श्व गायिका : इस गीत के लिए लगातार 8 घंटे तक माइक पर खड़ी रही थीं लता दीदी, निर्देशक ने सुनाया दिलचस्प किस्सा

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मुंबई: 

बॉलीवुड की मशहूर पार्श्व गायिका लता मंगेशकर इन दिनों मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती हैं। उनका इलाज जारी है। इस बीच आमिर खान स्टारर रंग दे बसंती नाम की फिल्म में लुका-छिपी गीत को लेकर खूब चर्चा हो रही है। इस गीत को लता मंगेशकर ने गाया था। गौरतलब है कि राकेश ओमप्रकाश मेहरा द्वारा निर्देशित फिल्म रंग दे बसंती 16 साल पहले रिलीज हुई थी।

इसमें एआर रहमान के शानदार म्यूजिक से सजे मस्ती की पाठशाला, खलबली जैसे शानदार गीत थे, लेकिन कई साल बीतने के बाद भी जिस गीत ने लोगों के दिलों में जगह बनाई वो है लुका छिपी बहुत हुई सामने आ जाना वाला ट्रैक। गौरलब है कि ये गीत फिल्म में बैकग्राउंड में तब बजता है जब फिल्म में स्क्वाड्रन लीडर की भूमिका निभा रहे आर माधवन के किरदार की मौत हो जाती है। 

राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने बताई रिकॉर्डिंग की कहानी
इस गीत को लता मंगेशकर ने अपनी खूबसूरत आवाज में गाया था। म्यूजिक एआर रहमान का था। गौरतलब है कि गीत सुनकर आज भी लोग भावुक हो जाते हैं। गौरतलब है कि अपने करियर के दौरान कई भावपूर्ण गीत गाने वाली लता मंगेशकर ने इस गीत को गाने से पहले 4 दिन तक रिहर्सल किया था। फिल्म के 10 साल पूरे होने पर निर्देशक राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने इस गीत की मेकिंग से जुड़ा दिलचस्प किस्सा शेयर किया था। उन्होंने बताया कि लुका-छिपी गीत के लिए उन्होंने लता दीदी से कई बार बात की लेकिन बात नहीं बन पा रही थी। 


आखिरकार उस महीने के आखिर में लता दीदी ने उनको वापस बुलाया। कहा कि हां बेटा। कैसा है गाना। भिजवा दो मुझे। राकेश ने बताया कि मैंने उनसे कहा कि आप जानते ही हैं रहमान सर को। बनते-बनते बनेगा और परसों लिखते-लिखते लिखेंगे। तब लता मंगेशकर ने पूछा कि क्या ऐसा भी होता है, तो मैंने उनसे कहा कि हां ऐसा होता है। 

रोजाना घंटों गाने की रिहर्सल करती थीं लता दीदी
राकेश ओमप्रकाश ने वाकये को जारी रखते हुये बताया कि उन्होंने गाने को रिकॉर्ड करने के लिए 15 नवंबर का दिन तय किया लेकिन लता मंगेशकर ने उनसे कहा कि वो 9 या 10 नवंबर तक वहां पहुंच जायेंगी। चेन्नई में एआर रहमान का स्टूडियो था। निर्देशक को लगा कि लता मंगेशकर शायद किसी और काम से चेन्नई आ गई हैं लेकिन वो उस गीत के रिहर्सल के लिए वहां पहुंची थीं। राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने बताया कि वो प्रतिदिन स्टूडियो आतीं और गाने का रिहर्सल शुरू कर देतीं। उन्होंने रिकॉर्डिंग से पहले 4 दिन तक गाने की रिहर्सल की। उन्होंने कहा कि आज जब अधिकांश गायक गाने के ठीक पहले स्टूडियो में आ जाते हैं, लता दीदी रिहर्सल को इतना महत्व दे रही थीं। 

लगातार 8 घंटे तक खड़े रहकर लता दीदी ने गाया था गाना
राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने रिकॉर्डिंग के दिन का भी किस्सा शेयर किया। कहा कि लता दीदी माइक के सामने 8 घंटे तक खड़ी रहीं और सारा गाना रिकॉर्ड किया। उन्होंने बताया कि लता दीदी ने रहमान साब से बात की और माइक पर जाकर खड़ी हो गईं। उनकी चोटी नीचे फर्श को छू रही थी। हमने स्टूडियों में उनके लिए कुछ फूल, पानी की बोतल और एक कुर्सी रखा। वो 8 घंटे तक लगातार गाती रहीं।