द फॉलोअप डेस्क
बिहार सरकार राज्य में एयर कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसकी एक झलक 3 मार्च को पेश किए गए बजट में भी देखने को मिली, जब सरकार ने 7 नए एयरपोर्ट के निर्माण का प्रस्ताव रखा। सूत्रों के मुताबिक, अब राज्य सरकार बेगूसराय में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनाने की तैयारी कर रही है और इसके लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखेगी। हालांकि, अंतिम निर्णय मंत्रालय को लेना है।
बेगूसराय को ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट की आवश्यकता इसलिए भी है क्योंकि यह राज्य का एक महत्वपूर्ण औद्योगिक, व्यापारिक और सांस्कृतिक केंद्र है। यहां बरौनी रिफाइनरी, पेप्सी प्लांट, सुधा डेयरी, थर्मल पावर स्टेशन सहित कई बड़े उद्योग स्थित हैं। इसके अलावा, पर्यटन की दृष्टि से सिमरिया धाम जैसे धार्मिक स्थल भी यहां मौजूद हैं। वर्तमान में बेगूसराय में 4000 फीट लंबाई वाला रनवे है, लेकिन इसे ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने की जरूरत है।
क्या होता है ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट?
ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट वह होता है, जिसे बिल्कुल नई जगह पर शून्य से विकसित किया जाता है। इसका निर्माण उन क्षेत्रों में किया जाता है, जहां पहले से कोई एयरपोर्ट नहीं होता, लेकिन हवाई यातायात की मांग तेजी से बढ़ रही होती है। ऐसे एयरपोर्ट आधुनिक तकनीक और जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बनाए जाते हैं और पर्यावरण के अनुकूल होते हैं।
बिहार में वर्तमान में कितने एयरपोर्ट हैं?
बिहार में फिलहाल तीन एयरपोर्ट ऑपरेशनल हैं:
1. पटना का जय प्रकाश नारायण इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जो बिहार का सबसे व्यस्त एयरपोर्ट है।
2. गया इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जो बिहार का पहला अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है।
3. दरभंगा एयरपोर्ट, जो एक घरेलू हवाई अड्डा है।
राज्य सरकार का मानना है कि नए एयरपोर्ट के निर्माण से बिहार की आर्थिक व्यवस्था में व्यापक सुधार होगा। प्रभारी मंत्री विजय चौधरी ने मंगलवार को एक ध्यानाकर्षण के जवाब मंय यह जानकारी दी। ध्यानाकर्षण में कहा गया कि बिहार के समग्र एवं समावेशी विकास की प्रतिबद्धता को देखते हुए बेगूसराय में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का निर्माण आवश्यक है।