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इस्त्राइल-हमास जंग के बीच लेबनान बॉर्डर पहुंची इंडियन आर्मी, जानें क्यों

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द फॉलोअप डेस्क:

इस्त्राइल और हमास के बीच 8 दिन से जारी जंग के बीच इंडियन आर्मी लेबनान बॉर्डर पर पहुंच गई है। बता दें कि इस्त्राइली सेना गजा पट्टी पर हमास के साथ जंग में उलझी है। इसी बीच लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्लाह ने इस्त्राइल पर अटैक कर दिया है। अब कई मोर्चों पर एक साथ जंग में व्यस्त इस्त्राइली सेना की मदद के लिए भारतीय सैनिकों का एक दस्ता वहां पहुंचा। यह टुकड़ी इस्त्राइल और लेबनान के बीच दक्षिणी सीमा पर निगरानी कर रहा है। वहीं, यूनाइटेड नेशंस पीसकीपिंग फोर्स में भी भारतीय सुरक्षाबल और इंडियन सर्विसेज के जवान हैं।

उत्तरी इस्त्राइल पर लेबनान का हमला!
हिंदी डिजिटल समाचार वेबसाइट आज तक ने अल-जजीरा के हवाले से लिखा है कि लेबनानी पत्रकार सहित अन्य नागरिकों की हत्या के जवाब में आतंकी संगठन हिजबुल्लाह ने उत्तरी इस्त्राइल पर हमला करने की बात कही है। हिजबुल्ला ने यह भी कहा है कि उसने उक्त हत्याओं के जवाब में उत्तरी इस्त्राइल के शटौला में इस्त्राइली सैन्य कैंप पर हमला किया।

 

अमेरिका ने तैनात किए हैं 2 जंगी जहाज
इस बीच अमेरिका ने भी इस्त्राइल की मदद के लिए अपने 2 विमान वाहक जंगी जहाज भूमध्य सागर में तैनात किए हैं। अमेरिका ने यूएसएस गेराल्ड आर फोर्ड और यूएसएस आइजनहावर को तैनात किया है। दरअसल, इस्त्राइल ने समंदर के रास्ते भी हमास की घेराबंदी शुरू कर दी है। इस बीच यूएन ने कहा कि इस्त्राइल द्वारा गजा के लोगों को दक्षिणी हिस्से की ओर जाने की चेतावनी देना दरअसल, मौत की सजा सुनाने जैसा है। संगठन ने कहा कि इतने कम समय में इतने ज्यादा लोगों का विस्थापन नहीं किया जा सकता। फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी यह कहा कि गजा पट्टी के 70 फीसदी लोग स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित हैं। 

भारतीय नागरिकों के लिए ऑपरेशन अजय
गौरतलब है कि जंग के बीच इस्त्राइल में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए भारत ने ऑपरेशन अजय लॉन्च किया है। पहले चरण में 226 भारतीयों को वापस लाया गया। विदेश मंत्रालय उन नागरिकों को वापस ला रहा है जो आना चाहते हैं। बता दें कि इस्त्राइल में आईटी प्रोफेशनल्स, स्टूडेंट और अन्य रोजगार में लगे तकरीबन 18 हजार भारतीय रहते हैं।