रांची
नामकुम खटाल की हालिया घटना को लेकर यादव समाज में गहरी नाराजगी देखी जा रही है। समाज के लोगों ने प्रशासन पर एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया है और मांग की है कि दोनों पक्षों की शिकायतों को समान रूप से सुना जाए। आज राजद नेता समूह एवं यादव समाज का एक प्रतिनिधिमंडल नामकुम खटाल पहुंचा और वहां के लोगों से मुलाकात कर वस्तुस्थिति का जायजा लिया। इस प्रतिनिधिमंडल में राजद महासचिव सह मीडिया प्रभारी कैलाश यादव, श्रमिक सेल के अध्यक्ष सुधीर गोप, नामकुम दुर्गा मंदिर अध्यक्ष मनीष राय, कोकर दुग्ध व्यवसायी संघ के अध्यक्ष दीपक यादव, शिक्षाविद बिजेंद्र यादव, समाजसेवी शिवजनम यादव, सुनील यादव, अमरजीत यादव, महेंद्र यादव, बबलू यादव समेत सैकड़ों लोग शामिल थे।
घटनाक्रम: प्रतिनिधिमंडल से बातचीत के दौरान खटाल के यादव परिवारों ने प्रशासन की भूमिका पर नाराजगी जताई। उन्होंने बताया कि जोरार बस्ती के रंजीत बड़ाइक के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने अचानक खटाल पर हमला कर दिया और पत्थरबाजी शुरू कर दी। इस हमले में कई स्थानीय लोग घायल हो गए, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया।
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि रंजीत बड़ाइक के नेतृत्व में हमला एक साजिश के तहत किया गया, जिसमें महिलाओं के साथ अभद्रता की गई और उनकी अस्मिता को ठेस पहुंचाने की कोशिश की गई। महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार की भी घटनाएं सामने आई हैं। लोगों का कहना है कि नामकुम थाना प्रभारी ने मामले को दबाने की कोशिश की और वहां लगे सीसीटीवी कैमरों को हटाकर सबूत मिटाने का प्रयास किया। इसके अलावा, पुलिस प्रशासन द्वारा खटाल में मौजूद लोगों के साथ बेरहमी से मारपीट की गई और महिलाओं के साथ भी दुर्व्यवहार किया गया।
खटाल परिवार की ओर से जब थाना में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की गई, तो पुलिस ने धमकी देकर उन्हें भगा दिया और कुछ लोगों को गिरफ्तार कर लिया। यादव समाज की मांग: राजद महासचिव कैलाश यादव और यादव समाज के अन्य नेताओं ने प्रशासन से मांग की है कि दोनों पक्षों की शिकायतों को समान रूप से सुना जाए और निष्पक्ष तरीके से प्राथमिकी दर्ज की जाए। उन्होंने कहा कि प्रशासन का दायित्व है कि वह सामाजिक समरसता बनाए रखे और न्याय सुनिश्चित करे। प्रतिनिधिमंडल ने प्रशासन से अनुरोध किया कि खटाल परिवार की शिकायतों को गंभीरता से लिया जाए, पीड़ितों को न्याय मिले और एकतरफा कार्रवाई को तुरंत रोका जाए। साथ ही, प्रशासन को शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए निष्पक्ष भूमिका निभानी चाहिए।