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नहीं थम रहीं खालिस्तानियों की नापाक हरकत, अमेरिका सहित इन देशों में 'किल इंडिया' रैली

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द फॉलोअप डेस्क:

खालिस्तानी आतंकियों की नापाक हरकत थम नहीं रही है। आतंकी गुरुपतवंत सिंह पन्नू की ओर से भारत में हमास की तह हमला करने की गीदड़भभकी देने के बाद अब सिख फॉर जस्टिस नाम के आतंकी संगठन ने अमेरिका और कनाडा सहित जी-7 देशों में किल इंडिया रैली करने का ऐलान किया है। खबरों के मुताबिक खालिस्तानी संगठन 21 अक्टूबर को रैली का आयोजन करेगा। चिंता की बात यह है कि सिख फॉर जस्टिस ने कहा कि उक्त देशों में मौजूद भारतीय दूतावास के बाहर भी रैलियां निकाली जाएंगी। बता दें कि जी-7 देशों में अमेरिका, कनाडा, फ्रांस, ब्रिटेन, इटली, जापान और जर्मनी शामिल है। यह भारतीय विदेश नीति की भी कड़ी परीक्षा है। 

जी सेवेन देशों से भारत की खुफिया एजेंसी पर कार्रवाई की मांग
भारत के खिलाफ आतंकी साजिश रचने वाले इन संगठनो का मंसूबा है कि वह अमेरिका सहित जी-7 देशों से यह मांग करे कि अपने यहां भारतीय खुफिया एजेंसियों का नेटवर्क खत्म करें। दरअसल, कुछ महीने पहले खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कनाडा में कर दी गई थी। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने यह आरोप लगाया था कि इसमें भारतीय खुफिया एजेंटों का हाथ होने के पुख्ता साक्ष्य हैं। हालांकि अभी तक ऐसा कुोई साक्ष्य पेश नहीं किया गया। भारत ने आरोपों का जोरदार खंडन किया। भारत ने कनाडा पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए उसके राजनयिकों को भारत छोड़ने को कहा।

आतंकी गुरुपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ दर्जनों मामले दर्ज
गौरतलब है कि पंजाब की आजादी का दिवास्वप्न देखने वाले खालिस्तानी आतंकी गुरुपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ पंजाब, दिल्ली सहित भारत के अन्य शहरों में दर्जनों मामले दर्ज हैं। वह अक्सर वीडियो जारी कर भारत के खिलाफ जहर उगलता है। सिखों से उसके नापाक मंसूबों में शामिल होने की अपील करता है। हाल ही में उसने कनाडा में जनमत संग्रह भी कराया था। अधिकांश सिख खालिस्तानियों ने कनाडा में शरण ले रखी है और भारत की मांग है कि कनाडा उनके खिलाफ कार्रवाई करे।

कनाडा के आरोपों पर भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर असर
कनाडा द्वारा भारत की खुफिया एजेंसी पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाए जाने के बाद कनाडा और भारत के रिश्तों पर नकारात्मक असर पड़ा। भारत ने कनाडा के तकरीबन 40 राजनयिकों को भारत छोड़ने का आदेश जारी किया। साथ ही कनाडा के नागरिकता लेने वालों को वीजा जारी करने पर भी रोक लगा दी गई। भारत ने कनाडा पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। श्रीलंका ने भी भारत का समर्थन किया और कनाडा पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया।