डेस्क:
ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ-II (Queen Elizabeth II) का गुरुवार को स्कॉटलैड (Scotland) में निधन हो गया। उन्होंने 96 साल की उम्र में दुनिया से अलविदा कहा। उन्होंने 6 फरवरी 1952 में ब्रिटेन का शासन संभाला था। वो दुनिया की पहली ऐसी महिला है जिन्हें विदेश यात्रा के लिए पासपोर्ट या वीजा की जरूरत नहीं पड़ी थी। एलिजाबेथ सिर्फ ब्रिटेन ही नहीं, 14 अन्य आजाद देशों की भी महारानी थीं। ये सभी देश कभी न कभी ब्रिटिश हुकूमत के अधीन रहे थे। मौजूदा समय में 15 संप्रभु राष्ट्रों की महारानी रहीं (Queen of 15 sovereign nations) एलिजाबेथ-II (Queen Elizabeth II Net Worth) अपने पीछे अरबों की संपत्ति छोड़ गई हैं।
Fortune की रिर्पोट के अनुसार
महारानी के नेट वर्थ को लेकर अलग-अलग रिपोर्ट्स में अलग-अलग दावे किए गए है। Fortune के अनुसार, महारानी एलिजाबेथ द्वितीय अपने पीछे 500 मिलियन डॉलर (39,858,975,000 रुपये) की संपत्ति छोड़ गई हैं। ये संपत्ति प्रिंस चार्ल्स को किंग बनने के बाद विरासत में मिलेगी।
फोर्ब्स के अनुसार
फोर्ब्स के अनुसार, राजशाही परिवार के पास 2021 तक लगभग 28 बिलियन डॉलर की अचल संपत्ति थी, जिसे बेचा नहीं जा सकता। जिनमें द क्राउन एस्टेट:19.5 बिलियन डॉलर, बकिंघम पैलेस: 4.9 बिलियन डॉलर शामिल है। इसके अलावा द डची ऑफ कॉर्नवाल:1.3 बिलियन डॉलर,द डची ऑफ लैंकेस्टर:748 मिलियन डॉलर भी है। वहीं केंसिंग्टन पैलेस:630 मिलियन डॉलर,स्कॉटलैंड का क्राउन एस्टेट:592 मिलियन डॉलर भी शामिल है।
कैसी होती है शाही परिवार की इनकम
ब्रिटेन के शाही परिवार को टैक्सपेयर्स से भारी मात्रा में रकम प्राप्त होती है जिसे सॉवरेन ग्रांट के रूप में जाना जाता है। इसे वार्षिक आधार पर शाही परिवार को दिया जाता है। दरअसल, इस ग्रांट की शुरुआत किंग जॉर्ज III के समय में हुई थी। उन्होंने संसद में एक एग्रिमेंट पास किया था। इस तरह उन्होंने अपनी खुदके और भविष्य की पीढ़ियों के लिए फंड हासिल करने का रास्ता तैयार किया था। इस एग्रीमेंट को मूलरूप से सिविल लिस्ट के नाम से जाना जाता था,जिसे 2012 में सोवरेन ग्रांट से रिप्लेस कर दिया गया था।
किसे मिलेगी संपत्ति
बिजनेस इनसाइडर के अनुसार, महारानी ने अपने निवेश, कला संग्रह, ज्वैलरी और रियल एस्टेट होल्डिंग्स से व्यक्तिगत संपत्ति में के रूप में 500 मिलियन डॉलर से से अधिक की रकम जमा किए थे। इसमें सैंड्रिंघम हाउस और बाल्मोरल कैसल शामिल हैं। अब जब उनकी मृत्यु हो गई है, तो उनकी ज्यादातर निजी संपत्ति प्रिंस चार्ल्स को सौंप दी जाएगी।