द फॉलोअप डेस्क
शनिवार को विधानसभा में जमशेदपुर के चर्चित 86 बस्तियों के मलिकाना हक का मुद्दा गूंजा। भाजपा विधायक और रघुवर दास की बहू पूर्णिमा दास साहू ने अपने ध्यानाकर्षण के माध्यम से सरकार से जानना चाहा कि 86 बस्तियों के लोगों को कब तक मालिकाना हक मिलेगा। उन्होंने बताया कि पूर्व की सरकार ने 2018 में मालिकाना हक दिए जाने को लेकर नियमावली बनाई थी। विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा, झामुमो और अन्य दलों के नेताओं ने इस बस्ती के लोगों को मालिकाना हक देने की बात कही थी। झामुमो विधायक कल्पना सोरेन ने भी उस बस्ती में जाकर लोगों को मालिकाना हक देने का आश्वासन दिया था। लेकिन इस पर सरकार की ओर से क्यों नहीं कोई कार्रवाई की जा रही है। जवाब में प्रभारी मंत्री दीपक बिरुआ ने बताया की 2018 के नियम के तहत केवल 3 आवेदन ही आए। अन्य लोगों ने आवेदन ही नहीं दिया। इसी बीच झामुमो विधायक रामदास सोरेन उठ खड़े हुए। उन्होंने कहा कि उसे इलाके में रघुवर नगर किसने बसाया। उस नगर में विधायक मद से राशि कैसे खर्च की गयी। पलट कर जवाब देते हुए पूर्णिमा दास साहू ने जांच कर लेने की मांग कर डाली। उन्होंने यहां तक कहा कि बस्ती के लोगों को मालिकाना हक देने का आश्वासन कल्पना सोरेन ने भी दिया है। अब सरकार अपने आश्वासन से ही क्यों फिसल रही है।