जामताड़ा
चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना (चिरेका) के विद्युत रेल इंजन निर्माण में प्रयुक्त विशाल इंजन कवर लेकर जा रही एक ट्रेलर ने रूपनारायणपुर में कई बिजली के खंभों को क्षतिग्रस्त कर दिया और एक कार पर भी खंभा गिर गया।
रूपनारायणपुर के बाउरीपाड़ा के पास मुख्य सड़क पर एक बिजली का खंभा टूटकर एक कार पर गिर गया। हालांकि, कार में सवार लोग बाल-बाल बच गए।
यह दुर्घटना उस ट्रेलर के कारण हुई, जो चित्तरंजन के लिए सीएलडब्ल्यू (चित्तरंजन लोकोमोटिव वर्क्स) के इंजन कम्पार्टमेंट को ले जा रही थी। डाबर मोड़, बाउरीपाड़ा के पास ट्रेलर पर लदी लोकोमोटिव बोगी सड़क पर गुजर रहे बिजली के तारों में फंस गई। इससे तारों पर अत्यधिक तनाव पड़ा और एक बिजली का खंभा टूट गया।
घटना के समय दत्ता ज्वेलर्स के मालिक सुनील दत्ता और उनके बेटे सैकत दत्ता अपनी कार से ट्रेलर के पीछे चल रहे थे। टूटकर गिरा बिजली का खंभा उनकी कार पर आ गिरा, जिससे कार का अगला शीशा क्षतिग्रस्त हो गया। हालांकि, कार में सवार दोनों लोग सुरक्षित बच गए।
इस दुर्घटना के कारण मुख्य सड़क पर कुछ समय के लिए यातायात बाधित रहा। पुलिस और बिजली विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण में लाया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
यह घटना एक बार फिर सड़क सुरक्षा और बिजली लाइनों के रखरखाव पर गंभीर सवाल उठाती है। सवाल यह उठ रहा है कि क्या ट्रेलर पर लदे इंजन कवर की ऊँचाई अधिक थी या फिर सड़क से गुजर रहे बिजली के तार अपेक्षाकृत कम ऊँचाई पर थे, जिससे यह हादसा हुआ। पुलिस इस पहलू की भी जांच कर रही है।