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पेंटागन ने माना- हिरोशिमा पर गिराये गये बम से 24 गुना शक्तिशाली बम बना रहा अमेरिका, ऐसे मचायेगा तबाही

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द फॉलोअप डेस्क 

दूसरे विश्वयुद्ध के समय अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम से हमला किया था। इससे हुई तबाही के निशान आज भी मिलते हैं। अब पेंटागन ने एलान किया है कि अमेरिका हिरोशिमा पर गिराये गये बम से 24 गुना अधिक शक्तिशाली बम बना रहा है। कुछ खबरों के अनुसार बम का निर्माण अब अंतिम चरण है। पेंटागन के इस एलान ने दुनियाभर में चर्चाओं का बाजार गरम कर दिया है। गौरतलब है कि पेंटागन ने ये खुलासा ऐसे समय में किया है जब इजरायल और फिलिस्तीन के बीच लगभग एक महीने से युद्ध जारी है। वहीं, यूक्रेन और रूस के बीच महीनों से लड़ाई जारी है। सियासी जानकारों का मानना है कि अमेरिकी सैन्य एजेंसी पेंटागन का ये एलान हमास के मनोबल को बढ़ाने वाला साबित हो सकता है, क्योंकि अमेरिका ने इस युद्ध को लेकर अब तक इजरायल के समर्थन में कोई बयान नहीं दिया है। 

360 किलोटन होगा बम का वजन 
बहरहाल, अमेरिका में बनाये जा रहे इस शक्तिशाली बम का वजन लगभग 360 किलोटन हो सकता है। इस तरह से इसकी ताकत औऱ आकार भी द्वितीय विश्वयुद्द में जापान पर गिराये गये बम से 24 गुना अधिक है। बता दें कि नागासाकी पर जो परमाणु बम गिराया गया था  उसका वजन 15 किलोटन था। फिर भी उसकी तबाही को जापान वासी आज तक झेल रहे हैं। वहीं, हिरोशिमा पर जो परमाणु बम गिराया गया था उसका वजन 25 किलोटन था। पेंटागन की ओर से कहा गया है कि नया बम तकनीकी रूप से पहले से अधिक प्रभावशाली होगा। यह टारगेट पर सटीक रूप से हमला करने में सक्षम होगा। खबर ये भी है कि अमेरिकी सैन्य अधिकारियों ने हाल ही में इस बम का परीक्षण किया है।  

B 61-13 होगा बम का नाम 

पेंटागन के डिफेंस डिपार्टमेंट ने एक बयान में कहा है कि इस बम का नाम B 61-13 रखा गया है। वहीं इस बम के बारे में फॉक्स न्यूज की एक रपट बताती है कि अमेरिका जापान पर गिराये गये बम से कई गुना अधिक ताकतवर बम बना रहा है। हालांकि फॉक्स की रिपोर्ट ये भी बताती है कि अभी अमेरिकी कांग्रेस ने इस बम की स्वीकृति नहीं दी है। लेकिन पेंटागन का दावा है कि अमेरिकी कांग्रेस इस बम की मंजूरी दे देगी।