अपने खेत और अपनी जिंदगी के लिए जानलेवा बताते हुए तीन कृषि बिल के खिलाफ देशभर के किसान 15 दिनों से धरनारत हैं। भारतीय किसान यूनियन के नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा है कि केंद्र सरकार ने माना है कि कानून व्यापारियों के लिए बनाए गए हैं।
तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के आंदोलन का आज 15वां दिन है
कांके प्रखंड के किसानों ने संवाददाता सम्मेलन कर आज की बंदी को विफल बताया। उन्होंने कहा कि किसानों के नाम पर सिर्फ राजनीति हो रही है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने झारखंड के सीएम पर तंज कसते हुए कहा कि किसानों ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लाये गए नए कृषि कानून का समर्थन करते हुए बंद के आह्वान को पूरी तरह नकार दिया है
कृषि सुधार कानूनों को लेकर सरकार और किसान संगठनों के बीच गतिरोध बना हुआ है। तीन कृषि कानूनों को रद करने की मांग को लेकर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश समेत दर्जनभर राज्यों के किसानों का धरना-प्रदर्शन 12वें दिन में प्रवेश कर गया है
कृषि कानून के खिलाफ झारखंड में महागठबंधन की पार्टियां अलग अलग स्थानों पर प्रदर्शन कर रही हैं। इन प्रदर्शनों में किसानों के समर्थन में नारे लग रहे हैं और केंद्र सरकार से अपील की जा रही है कि वे इस कानून को वापस ले लें।
कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों की बैठक चल रही है
सिंघु बॉर्डर पर डटे आन्दोलनकारी किसानों ने निरंकारी मैदान में सभा करने से साफ मना कर दिया है
दिल्ली सरकार अब किसान आन्दोलन के समर्थन में खुल कर सामने आ गयी है