टोक्यो ओलंपिक्स 2020 की रजत पदक विजेता मीराबाई चानू भारत लौट आई हैं। मीराबाई चानू ने 24 जुलाई को टोक्यो ओलंपिक्स में 49 किलोग्राम वेटलिफ्टिंग प्रतिस्पर्धा का सिल्वर मेडल जीता था। मीराबाई चानू सोमवार को दोपहर बाद जब दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंची तो उनका जोरदार
भारतीय वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में सिल्वर मेडल जीता। पदक जीतने के बाद मीराबाई चानू का पहला बयान सामने आया है। मीराबाई चानू ने पदक जीतने के बाद कहा कि मेरी कामयाबी बाकी महिलाओं को भारोत्तोलन में प्रवेश करने के लिए प्रोत्साहित करेगी। लड
टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत के पदकों का खाता खुला। भारत की मीराबाई चानू ने वेटलिफ्टिंग में सिलवर मेडल जीतकर पदकों का खाता खोला। मीराबाई चानू सोशल मीडिया में ट्रेंड कर रही हैं। तमाम आम और खास लोग मीराबाई चानू को बधाइयां दे रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोद
भारतीय भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत को पहला पदक दिलाया है। चानू ओलंपिक वेटलिफ्टिंग में सिल्वर मेडल जीतने वाली पहली भारतीय एथलीट भी बन गई हैं। मीराबाई चानू ने 49 किलोग्राम भारवर्ग में ये खिताब जीता। इस वर्ग में चीन की होऊ जहुई ने
खनिज रियायत नियम, 2016 का नियम 12 क के मुताबिक पट्टों की समाप्ति, निलंबन या सरेंडर के बाद नीलामी के जरिये आवंटित हुए खदानों से न्यूनतम प्रोडक्शन या डिस्पैच नहीं होता है तो उपरोक्त नियमों में दंड लगाने का प्रावधान है,
रांची में रेलवे पुलिस फोर्स ने दो नाबालिग जोड़ों को अलग-अलग मौके से पकड़ा। दोनों जोड़े अपने परिवार की जानकारी के बगैर भाग रहे थे। इनमें से एक जोड़ा ट्रेन में बैठा मिला जबकि दूसरा जोड़ा रांची रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या-1 पर बैठा मिला। गौरतलब है कि इ
दुमका की श्रमिक अनिता मरांडी खुश हैं। वह कहती हैं हम केरल में बहुत तकलीफ में थे। हमारा आधार कार्ड ले लिया गया था और सताया जा रहा था।
मिहिजाम थानाक्षेत्र अंतर्गत पालबगान में चोरी की बड़ी वारदात को अंजाम दिया गया। चोरों ने सीआरपीएफ कमांडेंट प्रमोद कुमार के आवास पर हजारों रूपये की संपत्ति पर हाथ साफ कर लिया। बताया जा रहा है कि घटना के वक्त घर के सभी सदस्य आसनसोल गए हुए थे। रविवार को वापस
ऐसे कई दुर्गम इलाके है जहां झारखण्ड के प्रवासी मजदूर जाते है। कई परियोजनाओं को पूरा करने में अपनी अहम भूमिका निभाते है, लेकिन अगर किसी कारण काम के दौरान वह हादसे का शिकार हो जाते हैं तो ना ही उनको किसी प्रकार की सुविधा मिलती है और ना ही उनके आश्रितों को उ
भारत के महान धावक मिल्खा सिंह का 91 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने पोस्ट कोविड समस्याओं की वजह से चंडीगढ़ के पीजीआई हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। मिल्खा सिंह ने अपनी जिंदगी में भारत के लिए कई पदक जीते। कहा जाता है कि पूरे करियर में मिल्खा सिंह ने कु
फ्लाइंग सिख के नाम से मशहूर भारत के मशहूर और महान धावक मिल्खा सिंह का निधन हो गया। पोस्ट कोविड समस्याओं की वजह से चंडीगढ़ के पीजीआई हॉस्पिटल में 91 वर्षीय मिल्खा सिंह ने अंतिम सांस ली। दुनियाभर से लोग अपने-अपने तरीके से दिवंगत मिल्खा सिंह को श्रद्धांजलि द