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भूले-बिसरे: इस मशहूर फिल्मी जोड़ी को कहा जाता था 'भारतीय लॉरेल-हार्डी'

गोरी और दीक्षित एक कॉमेडी जोड़ी थी। वे 1930 और 1940 के दशक के दौरान भारतीय सिनेमा में सक्रिय थे।

रांची के इस लड़के की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर क्यों हो रही चर्चा, जानिये ‘JAPAN PRIZE 2021 के बारे में

'इस अवार्ड में 48 देशों से अलग अलग कैटेगरी में 267 फिल्म की इंट्री आई थी।

याद आज़ाद : इंसानियत के ऐसे मसीहा जिन्होंने देश में फैलाया शिक्षा का उजियारा-रांची से भी कनेक्शन

'''1916 से 31 दिसंबर 1919 तक वे रांची में नजरबंद रहे। यहां हिंदू-मुस्लिम मित्रों के सहयोग से मदरसा इस्लामिया की स्थापना की।

महापर्व छठ-4 : उल्लास कम आत्मसयंम के पर्व का समापन, जानिये कुछ ख़ास बातें

काली, शीतला, विषहरा, हरिति और षष्ठी माता की भी जानकारी अहम

महापर्व छठ-3 : सूर्य की प्रभाती रश्मियों की झिलमिलाहट के साथ परब की सामाजिक समरसता

बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, उत्तरी बंगाल, नेपाल के तराई क्षेत्र में मनाया जाने वाला छठ लगभग पूरे देश का पर्व बन गया।

गड्ढे में बाइक के फिसलने से हमेशा के लिए खो गई बिटिया, उसकी शादी होने वाली थी- इसके बाद....

7 साल से बेंगलुरू के प्रताप भीमसेन राव सड़क के गड्ढों को ठीक कर रहे हैं।

महापर्व छठ-2 : स्वरूप और वैशिष्ट्य- छठी मैया होहूँ  न सहाई...सुरुज देव को होहूँ न सहाई ...

भारतीय संस्कृति में सूर्योपासना की प्राचीन परंपरा रही है। छठ पर्व उसी परंपरा का विशिष्ट अनुपालन है।

महापर्व छठ-1 सूर्य के प्रति कृतज्ञता-ज्ञापन के साथ प्रकृति और कृषि के महत्व की प्राचीन परंपरा

सूर्य की उपासना का लोक-पर्व-लोक आस्था की मासूमियत का आख्यान

दिन रेख़्ता-़4: सारे जहां से अच्छा हिन्दुस्तां हमारा लिखने वाले इक़बाल के बहाने

शायर, दार्शनिक और चिंतक इक़बाल पर कभी कट्टरता ने कुफ्र का फ़तवा दिया, तो कभी उन्हें देशद्रोही तक कहने से गुरेज़ न किया।

चिंतन: एक संवैधानिक सवाल- राज्यपाल बनाम मंत्रिपरिषद 

कोर्ट ने कहा पक्षपात या तरफदारी की संभावना देखते तथा लोकायुक्त की साजिश के संबंध में निष्कर्षों पर न्यायालय में विचारण होने देने के बदले मंत्रिपरिषद ने खुद ही नकार दिया।

भूले-बिसरे: जानिये इस असली गब्बर सिंह का आखिर कैसे हुआ था काम तमाम

पुलिस की चलती तो गब्बर को मारने वाला पुलिस में न होता 

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