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Followup Special News

स्मृति शेष: ऐसे समय राहत का न होना

'एक साल पहले राहत इंदौरी ने आज ही के दिन अंतिम सांस ली थी

साबरमती का संत-7 : न हिंदी, ना  उर्दू, गांधी हिंदुस्‍तानी भाषा के रहे पक्षधर

‘आने वाली नस्लें शायद मुश्किल से ही विश्वास करेंगी कि हाड़-मांस से बना हुआ कोई ऐसा व्यक्ति भी धरती पर चलता-फिरता था’

साबरमती का संत-6 : आज ही की तारीख़ शुरू हुआ था अंग्रेजो भारत छोड़ो आंदोलन

''पिछले कुछ सालों की राजनीति धर्म के इर्द-गिर्द सिमट गई है

आदिवासियों के अधिकार के बारे में जानिये क्‍या कहता है UNO का घोषणा पत्र

'विश्व आदिवासी दिवस' 9 अगस्त  को मनाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र संघ (UNO) ने 9 अगस्त 1982 को की थी।

विकास के नाम पर संचालित परियोजनाओं के कारण लगभग 10 करोड़ लोग विस्थापित

विश्‍व आदिवासी दिवस पर डॉ. राजू पांडेय का विचारपरक विश्‍लेषण

पड़ाेस: अफगानिस्तान के बाद पाकिस्तान भोगेगा तालिबानी क्रूरता

'भारत का दुर्भाग्य है कि उसका पड़ोसी पाकिस्तान है।

साबरमती का संत-5 : जनता की नब्ज़ पर कैसी रहती थी गांधी की पकड़

11 मार्च 1930 को 78 साथियों के साथ गांधी साबरमती आश्रम से दांडी के लिए 240 मील की पैदल यात्रा पर चल पड़े।

पाकिस्‍तान यात्रा-5: दरवाज़े पर ॐ  लिखा पत्‍थर और आंगन में तुलसी का पौधा

भारत के एक शिक्षक का पाकिस्तान का एक अलग अनुभव

संपादकीय डेस्‍क से: आत्ममुग्धता के शोर में ख़ामोशी से रोशनी फैलाता एक शख़्स 

'हम लबों से कह न पाए उनसे हाल-ए-दिल कभी, और वो समझे नहीं ये ख़ामोशी क्या चीज़ है।

जातिगत जनगणना से घबराना कैसा, नये आधार तय कर ज़रूर होनी चाहिए

'उपजातियों तक विभाजन की गणना होनी चाहिए।

धर्म: प्रकृति रूपी परमेश्वर ने दो ही जातियां बनाई हैंं, स्त्री और पुरुष

प्रकृति से बड़ा इस धरा पर कोई खुदा-ईश्वर अथवा धर्म या मजहब नहीं

साबरमती का संत-4 : गांधी को समझ जाएँ तो दुनिया में आ सकते हैं कल्पनातीत परिवर्तन 

'आने वाली नस्लें शायद मुश्किल से ही विश्वास करेंगी कि हाड़-मांस से बना हुआ कोई ऐसा व्यक्ति भी धरती पर चलता-फिरता था’

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