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Followup Special News

साबरमती का संत-38: गांधी के वक्त इंटरनेट, कम्प्यूटर, दूरसंचार वगैरह की दुनिया इतनी समुन्नत नहीं थी

गांधी क्लास को थर्ड क्लास का समानार्थी कहता हिकरत भरा एक अज्ञानी जुमला गांधी पर चस्पा कर दिया जाता है।

शक्ति वामा-9: शत्रुपक्ष की स्त्री का अपमान करके प्रतिशोध लेना कितना नैतिक !

'यह स्त्री को पुरुष की वस्तु या संपति समझने की घृणित मानसिकता है।

साबरमती का संत-37: गांधी को समाजवाद से नफरत नहीं थी, मार्क्सवादी होने का बस दावा नहीं करते थे

गांधी का रचनात्मक कार्यक्रम देश के कोई काम नहीं आया। उनका ब्रह्मचर्य देश में बलात्कार से हार रहा है। उनकी अहिंसा नक्सलवाद और पुलिसिया बर्बरता से पिटकर भी जीवित रहना चाहती है।

इस बाइस्कोप से जानिये डेढ़ सौ साल पहले का समय और पत्रकारिता

उन्नीसवीं सदी में पत्रकार विज़िटिंग कार्ड का इस्तमाल करने लगे थे। पत्रकारों को ब्रिटिश हुकूमत के कार्यक्रमों और निजी पार्टियों में बुलाया जाने लगा था।

शक्ति वामा-8: माँ यानी करुणा, वात्सल्य, त्याग और तपस्या

'जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी। मां की महिमा अनंत है।

शक्ति वामा-7: सभी स्त्रियों के भीतर उपस्थित मां दुर्गा को हमारा प्रणाम !

दुनिया की लगभग सभी संस्कृतियों में विपत्ति की घड़ी में देवी -देवताओं के आगे नतमस्तक होकर उनकी स्तुतियां गाने, रोने-गिड़गिड़ाने और दया की भीख मांगने की परंपरा रही है।

शक्ति वामा-6: तब अटल बिहारी वाजपेयी ने इंदिरा गांधी को कहा था मां दुर्गा

इतिहास आज भी बुलंद खड़ा है जिसको आगे वाली पीढ़ियों तक पहुँचाया जाना चाहिए।

चाला अखरा खोड़हा: आदिवासी संस्कृति और परंपरा को बचाने की अनोखी कवायद, 1200 लोगों को मिल रहा रोजगार 

'आदिवासी संस्कृति और परंपरा को बचाने के लिए रांची के ‘चाला अखरा खोड़हा’ नामक संस्था के द्वारा सराहनीय प्रयास किया जा रहा है। पारंपरिक वाद्य यंत्र, शिल्प कला, वेश भूषा, हथियार और कई तरह की चीजों का निर्माण और उनके विक्रय को एक चैनल के माध्यम से संचालित किय

समाजवादी-ललक-2: डॉ.राममनोहर लोहिया ने 71 साल पहले हिंदुत्‍व पर क्‍या लिखा था, पढ़िये

भारतीय इतिहास की सबसे बड़ी लड़ाई हिन्दू धर्म में उदारवाद और कट्टरता की लड़ाई , पिछले पांच हजार सालों से भी अधिक समय से चल रही है और उसका अन्त अभी भी दिखाई नहीं पड़ता ।

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