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Followup Special News

साबरमती का संत-9: क्‍या महज़ महात्‍मा गांधी के कारण ही मिली आज़ादी !

'करोड़ों भारतीय वासियों के संघर्ष का परिणाम था

सोशल साइट पर फ़िज़ुुल बोलने-लिखने और दिखाने पर आख़िर कौन लगाएगा लगाम

सरकार को तकनीकी विशेषज्ञों को सक्रिय करके विस्तृत नियमावली तैयार करनी चाहिए

हिंदी बोलने वाले अफ़ग़ानी पत्रकार फ़हीम दश्ती की आवाज़ हमेशा के लिए कर दी गई बंद

'पंजशीर में अफ़ग़ान पत्रकार यूनियन के अध्यक्ष की हत्या

अफगानिस्तान में रिपोर्टिंग करनी है, सर पर कफ़न बांध कर जाएं

मुुश्किल हालात में जर्नलिजम करना हो, तो अफगानिस्तान चले जाइए।

पाकिस्‍तान यात्रा अंतिम कड़ी : इस्लामी मुल्क से मैं लौट आया अपने देश, जहां न कोई डर और ना ही ख़ौफ़

'हिंदी के वरिष्‍ठ लेखक असगर वजाहत की पाकिस्‍तान यात्रा

अमरीका के गुलाम नहीं रहे तो पाकिस्तान के भी तालिबानी पिछलग्गू नहीं रहेंगे

'तालिबान और भारत : आशंका नहीं संकल्प लेकर फ्रंटफुट पर खेलने का समय!

पाकिस्‍तान यात्रा-11: कराची में ‘दिल्ली स्वीट्स’ की मिठास और एक पठान मोची

'हिंदी के वरिष्‍ठ लेखक असगर वजाहत का सफ़रनामा 'पाकिस्तान

अफ़ग़ान और भारतीय संगीतकारों का सदियों पुराना नाता

1970 का दशक अफगान म्यूज़िक इंडस्ट्री का स्वर्णकाल था।आज इनका दुनिया भर में डंका बज रहा है। 

पाकिस्‍तान यात्रा-10: अपने लगाए पेड़ का कड़वा फल आज ‘खा’ रहा है पाकिस्तान

मशहूर लेखक असग़र वजाहत ने पाकिस्तान यात्रा पर केंद्रित यह संस्मरण 2011-12 के दौरान लिखा

Edit-Desk: शरीयत के नाम पर तालिबान को बर्बरता की छूट कैसे!

'''इस्लामी रूह से बंदूक की ताक़त से हुकूमत बिल्कुल नाजायज़ है। क़ुरआन में हुकूमत के संबंध में हुक्म है, अमरहुम शूरा बैनहुम। यानी हुकूमत की बुनियाद अवाम की रज़ामंदी है।

कौन थीं लारा लप्पा गर्ल, जिन्होंने की पांच शादी

आज़ादी के बाद जब भारतीय सिनेमा बंटवारे की त्रासदी से उभरने और सामाजिक वर्जनाओं को तोडऩे की कोशिश कर रहा था, फ़िल्म-मेकर रूप के.शौरी की फ़िल्म "एक थी लड़की" सिनेमाघरों में पहुंची और इसके एक गाने 'लारा लप्पा लारा लप्पा लाई रखदा' ने कश्मीर से कन्याकुमारी तक धूम

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