इस बार रक्षाबंधन की तिथि को लेकर लोगों के बीच काफी संशय है क्योंकि इस बार सावण की पूर्णिमा दो दिन 11 और 12 अगस्त को है। ऐसे में आइए जानते हैं कि इस वर्ष रक्षाबंधन की खास बातें और कब मनाएं रक्षाबंधन का पवित्र त्योहार
वाराणसी में चल रहे ज्ञानवापी मस्जिद और श्रृंगार गौरी मंदिर के सर्वे का काम आज रविवार को भी पूरा नहीं हो सका। अब यह सर्वे कल सोमवार को भी जारी रहेगा। सर्वे से जुड़े सभी पक्षों को कल 8 बजे सुबह उपस्थित रहने को कहा गया है। इससे पहले गुरूवार को कोर्ट ने आदेश
नवरात्र के पहले दिन एक बच्ची का जन्म हुआ है जिसके हाथों में मेंहदी लगी है लोग इसे मां दुर्गा का अवतार मान रहे हैं। मामला मध्य प्रदेश के हरदा जिले का है। यह बच्ची चर्चा का विषय बनी हुई है। नवरात्रि के पहले दिन इस अनोखी बच्ची के जन्म को लोग चमत्कार मान रहे
इस साल चैत्र नवरात्रि 02 अप्रैल से शुरू होकर 11 अप्रैल तक रहेगी। 11 अप्रैल को नवरात्रि समाप्त होंगे। नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है।
कोरोना काल में लगातार बंदी के बाद सभी चीजों से लगभग पाबंदियां खत्म हो गयी हैं। जीवन अपनी पटरी पर दौड़ने लगा है। इधर, पर्व-त्योहारों के दिन भी शुरू हो गए हैं। अभी महाशिवरात्रि खत्म हुई है।
देश-दुनिया ने 1 मार्च को महा शिवरात्रि बहुत ही धूम-धाम से मनाया। कहीं शिव बारात निकाली गयी तो कहीं शिव-पार्वती विवाह का नाट्य मंचन किया गया। इसी बीच शिवरात्रि के तीसरे दिन बिहार के सिवान जिले में एक अजूबी घटना हुई।
प्रियंका चोपड़ा और निक जोनस ने लॉस एंजलिस में शिवरात्रि मनाई है। पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं भी दी हैं।
भारतीय संस्कृति आस्था और भावना प्रधान रही है। व्रत एवम् त्योहार मनुष्य की आत्मा की पवित्रता को बनाए रखने में प्रबल सहायक हैं। भारतीय संस्कृति में व्रत एवम् त्योहारों की प्रचुरता है, फिर भी देवाधिदेव महादेव की प्राप्ति के लिए महाशिवरात्रि का विशेष महत्व है
सम्मेलन सत्र 2020- 22 की सप्तम प्रांतीय कार्यकारणी बैठक में इसका सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया। बैठक प्रांतीय अध्यक्ष ओम प्रकाश अग्रवाल की अध्यक्षता में जमशेदपुर के वेव इंटरनेशनल होटल में हुई थी।
कभी पत्रकार रहीं माेनिका आर्य की संवेदनशीलता अब उन बच्चों को बचाने में लगी है, जिनका कोई नहीं होता। उनकी अगुवाई में पा-लोना की टीम लोगों की मदद से गत 7 वर्षों से फुटपाथ या झाड़ियों में फेक दिये गए नवजात शिशु को उठाती है और उसे ममता की छांव देती है।
भोले बाबा का नाम सामने आते ही अपनी रांची का पहाड़ी मंदिर याद आ जाता है। हर दिन पहाड़ी बाबा के दर्शन करने श्रद्धालु पहुंचते हैं। लेकिन शिवरात्रि के दिन इसकी छटा देखते ही बनती है। भक्तों का तांता सा सुबह से ही लग जाता है। इस खबर में हम आपको देश के उन चर्चित औ
गोठगांव पल्ली रांची में धर्मप्रांतीय काथलिक महिला संघ की 26 वीं आम सभा का आयोजन किया गया जिसमे मुख्य अतिथि महाधर्माध्यक्ष फिलीक्स टोप्पो S.J थे। धर्मसभा में धार्मिक और सामाजिक क्षेत्र में माता-पिता की भूमिका, राजनीतिक और सांस्कृतिक क्षेत्र में माता-पिता