झारखंड शीतलहर की चपेट में है। शीतलहर का सबसे ज्यादा असर रांची, पलामू, गढ़वा, चतरा, कोडरमा, लातेहार और लोहरदगा में हैं। जबकि 19 जिलों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से कम है।
बारिश की वजह से खलिहानों में रखी धान की फसल पूरी तरह से भींग गई है। हजारीबाग जिले में भी किसानों को नुकसान झेलना पड़ा है।
मिचौंग तूफान का असर झारखंड के दक्षिणी हिस्सों में दिख रहा है। मंगलवार की सुबह से ही रुक-रुक कर हल्की बारिश हो रही है। जिससे तापमान में कमी आई है, इस कारण ठंड में बढ़ोतरी हो गई है।
झारखंड में साइक्लोन मिचौंग का असर दिखने लगा है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि 6 और 7 दिसंबर को राजधानी रांची सहित आसपास के जिलों में तूफान के साथ बारिश होगी।
आज सुबह से ही मौसम साफ है। राजधानी रांची में धूप खिली है। लेकिन अगले दो दिन में मौसम करवट ले सकता है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के तहत 25 नवंबर तक रांची समेत आसपास के क्षेत्रों में सुबह में कोहरा या धुंध छाए रहेंगे।
झारखंड के मौसम में दिन-प्रतिदिन बदलाव देखने को मिल रहा है। जैसे-जैसे दिन बीत रहे हैं, तापमान में गिरावट आ रही है। सुबह से लेकर शाम तक ठंड अपना असर दिखा रही है। हालांकि दिन की शुरुआत सूरज की किरण से हो रही है लेकिन, दिन ढलने के बाद ठंड अपना असर दिखा रही है
राज्य में मौसम करवट ले रहा है। राजधानी और राज्य के अन्य जिलों में बदलते मौसम का असर दिखने लगा है। नवंबर का महीना शुरू हो चुका है और जैसे जैसे दिन बीत रहे हैं, पारा गिर रहा है।
झारखंड में मौसम का मिजाज बदलने वाला है। अगले 2 दिनों में में झारखंड में बादल छाएंगे। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि झारखंड में 20 अक्टूबर को बारिश हो सकती है।
झारखंड के संताल परगना और कोल्हान प्रमंडल के 8 जिलों में मौसम विभाग ने भारी से बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है।
अक्टूबर तक भारी बारिश की चेतावनी के साथ येलो अलर्ट जारी कर दिया है। एक निम्न दबाव का क्षेत्र बंगाल सं की खाड़ी में बना हुआ है। अगले 48 घंटे में यह लो प्रेशर में बदल में जाएगा और उत्तरी ओडिशा से सटे पश्चिम बंगाल के तटीय इलाके में पहुंचेगा। इ
राजधानी समेत पूरे झारखंड में सोमवार को झमाझम बारिश हुई है। हालांकि अभी 30 सितंबर तक मानसून के कमजोर रह सकता है।
झारखंड में अगले चार दिनों तक बारिश नहीं होने की संभावना है। क्योंकि मानसून कमजोर हो गया है। लेकिन मानसून वापसी की प्रक्रिया अगले 24 घंटों में शुरू होने के आसार है। मानसून लौटने की प्रक्रिया राजस्थान से शुरू होगी तथा देश के उत्तरी भागों समेत अगले 15 दिनों