हरियाणा के बहादुरगढ़ में किसानों की महापंचायत जारी है। बहादुरगढ़ में तीन कृषि कानूनों के विरोध की पहली बरसी पर किसानों ने महापंचायत का आयोजन किया। इसमें बड़ी संख्या में किसानों ने भाग लिया। कई किसान नेता भी इस महापंचायत में पहुंचे। यहां किसानों ने कानून व
कुछ ही दिन पहले हमलोग इस बहस से होकर गुजर रहे थे कि 1947 को मिली आजादी असली आजादी नहीं थी, क्योंकि अंग्रेजों ने हमें ताकत के बल पर गुलाम बनाया था और जाते वक्त उन्होंने हमें भीख में आजादी दे दी गयी। यह सिर्फ अभिनेत्री कंगना राणावत का तर्क नहीं था, देश का ए
एकता और संघर्ष के सूत्र वाक्य के साथ सेंटर आफ इंडियन ट्रेड यूनियंस की तीन दिवसीय बैठक का आगाज
प्रदर्शनकारी कृषि कानून रद्द करो, केन्द्रीय गृह मंत्री अजय मिश्र को बर्खास्त करो आदि नारे लगा रहे थे।
1 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे देश के चार किसानों से बात करेंगे। उनमे से दो किसान झारखंड के होंगे। हजारीबाग के अशोक कुमार मेहता और फुलेश्वर महतो शामिल हैं। इनका चयन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चर्चा के लिए किया गया है। इन किसानों की सफलता
झारखंड में किसानों को धान क्रय का भुगतान नहीं किए जाने के विरोध और किसानों को उनका हक दिलाने की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने धरना दिया। झारखंड के सभी 27 सांगठनिक जिलों के अध्यक्ष, जिला प्रभारी और कार्यकर्ताओं ने धरना दिया। बीजेपी प्रदेश अध
किसान ना हो परेशान, एमएसपी बढ़ाने पर हेमंत सरकार कर रही विचार
नए कृषि कानूनों को लेकर सरकार और किसानों के बीच चल रही बातचीत किसी नतीजे पर पहुँचती नहीं दिख रही है
अपने खेत और अपनी जिंदगी के लिए जानलेवा बताते हुए तीन कृषि बिल के खिलाफ देशभर के किसान 15 दिनों से धरनारत हैं। भारतीय किसान यूनियन के नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा है कि केंद्र सरकार ने माना है कि कानून व्यापारियों के लिए बनाए गए हैं।
कांके प्रखंड के किसानों ने संवाददाता सम्मेलन कर आज की बंदी को विफल बताया। उन्होंने कहा कि किसानों के नाम पर सिर्फ राजनीति हो रही है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने झारखंड के सीएम पर तंज कसते हुए कहा कि किसानों ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लाये गए नए कृषि कानून का समर्थन करते हुए बंद के आह्वान को पूरी तरह नकार दिया है