भाजपा किसान मोर्चा ने अपनी नयी टीम की घोषणा सोमवार को की। मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष पवन साहू के हस्ताक्षर से जारी पत्र के अनुसार मोर्चा का प्रदेश मंत्री रामगढ़ के विनोद ठाकुर को बनाया गया है। टीम में आठ नेताओं को प्रवक्ता की जिम्मेवारी सौंपी गयी है।
देवघर के तत्कालीन उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री को हाईकोर्ट से राहत मिली है। कोर्ट ने सोमवार को उनके खिलाफ दर्ज एफआइआर को रद्द कर दिया है। उनके खिलाफ गोड्डा से भाजपा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने एफआइआर दर्ज करायी थी।
झारखंड सरकार आई.टी.आई. प्रशिक्षण अधिकारी पद के अभ्यर्थियों के प्रति उदासीन है। हाल ये है कि परीक्षा के नौ माह से ज्यादा का समय बीतने के बाद भी आई.टी.आई. प्रशिक्षण अधिकारी परीक्षा का रिजल्ट घोषित नहीं किया गया है।
अखिल झारखंड छात्र संघ (आजसू) की मारवाड़ी कॉलेज कमिटी का गठन सोमवार को किया गया
अपने 49 वें जन्मदिन पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के होमगार्ड जवानों को तोहफा दिया है। सीएम हेमंत ने अपने 49वें जन्मदिन पर ऐलान किया है कि होमगार्ड जवानों को प्रतिदिन 1088 रुपये बतौर पारिश्रमिक दिया जायेगा।
गढ़वा सदर प्रखंड के टेढ़ी हरैया तथा तिवारी मरहटिया गांव में शनिवार को मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर के क्षेत्र भ्रमण के दौरान 500 से अधिक लोगों ने दूसरे राजनीतिक दलों को छोड़कर झामुमो की सदस्यता ली।
झारखंड के करीब 10000 लिपिक 12 अगस्त से अनिश्चतकालीन हड़ताल पर जायेंगे। इस बाबत, झारखंड राज्य मुफस्सिल लिपिक मोर्चा के बैनर तले लिपिकों के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की और अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन उन्हें सौंपा।
63वीं राष्ट्रीय सुब्रतो कप अंडर 17 बालिका वर्ग फुटबॉल प्रतियोगिता में आज झारखंड की बालिका टीम ने त्रिपुरा की टीम को पराजित कर सेमीफइनल में अपनी जगह बना ली है।
झामुमो के पूर्व केंद्रीय सचिव प्रेम नन्दन कुमार ने शनिवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की और उन्हें जन्मदिन की बधाई दी।
पोस्टमैन के बकाया भुगतान पर बात बन सकती है। इस बाबत सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाते हुए चीफ पोस्ट मास्टर जनरल ने शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
सरला बिरला परिसर में योगिक साइंस और नेचुरोपैथी विभाग के तत्वावधान में शुक्रवार से दो दिवसीय नेचुरोपैथी कार्यशाला की शुरुआत हुई।
आज पूरी दुनिया जलवायु परिवर्तन का सामना कर रही है। इस समस्या से निपटने का समाधान प्रकृति सेवक आदिवासी समाज की जीवन शैली में छिपा है। प्रकृति संवर्धन, सामूहिकता और संतुलन आदिवासी जीवन का अभिन्न हिस्सा है। बिना किसी पद और पावर के आदिवासी समाज ने प्रकृति की